तुम्हारे रुठने से कलम नहीं रुठती,
खुश हो जाने से कविता न बरसती,
दिल में मचा रहता सदा ही बवाल,
बात तेरी-मेरी कभी कहीं नहीं रुकती।
जब तुम कभी श्रृँगार सजकर आ जाते,
मेरे सामने चाँद से मुखड़े लेकर फरमाते,
मैं देखकर तुमको एकटक बना रह जाता,
तेरे मुखड़े से मेरी नजर तनिक नहीं हटती
कभी जो तुम शरमा चेहरा छिपा भाग जाते,
मेरे सामने आने में भी घबड़ा कर लजा जाते,
कुछ -न-कुछ बहाना बनाकर न सामने आते,
'नवीन' पाजेब-रूनझुन से अलग न हो सकती।
القلم لا يزعل إذا زعلت،أن تكون سعيداً لا تمطر القصائد،هناك دائما فوضى في القلب،حديثنا أنا وأنت لا يتوقف في أي مكان.عندما تأتي من أي وقت مضى متأنقة،يقول أمامي بوجوه من القمر،كنت سأذهل برؤيتك،أنا لا أبعد عيني عن وجهكفي بعض الأحيان إذا هربت مخبئا وجهك الخجول،كنت ستخجل أن تأتي أمامي،لا تأتي أمامي بإختلاق بعض الأعذار،"نافين" لا يمكن أن تكون مختلفة عن باجيب-رونجهون.

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